Sahitya DarshannStory,Poems.shayari,quotes,Gazals,कवितायें शायरी कहानियाँ

 

सिमटते रिश्ते

ननद ने अपनी भाभी को फोन किया और पूंछा : भाभी मैंने राखी भेजी थी मिल गयी आप लोगों को ???
.
भाभी : नहीं दीदी अभी नहीं मिली
.
ननद : भाभी कल तक देख लो अगर नहीं मिली तो मैं खुद आऊंगी राखी लेकर

अगले दिन भाभी ने खुद फोन किया : हाँ दीदी आपकी राखी मिल गयी है
.
ननद ने फोन रखा और आँखों में आंसू लेकर सोचने लगी "लेकिन भाभी मैंने तो अभी राखी भेजी ही नहीं और आपको मिल भी गयी !!!

Share