कवितायें 1
शायरी 1
Posted: 15-03-2018
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Posted: 17-03-2018
मैं भारत वर्ष का हरदम अमिट सम्मान करती हूँ यहां की चंदनी मिट्टी का ही गुणगान करती हूँ मुझे इक्षा नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की तिरंगा हो कफ़न मेरा यही अरमान रखती हूँ